“कलियुग केवल नाम अधारा, सुमिर सुमिर नर उतरत पारा”
हकीकत में नाम की ही महिमा है नाम ही आधार है ऐसा ही सिद्ध बाबा बालकनाथ जी के बारे में है
श्रछेय स्वामी धीरज जी महाराज ने इस सिद्ध पीठ की विधिवत् स्थापना एवं प्राण प्रतिष्ठा
21 जनवरी 2006 को "बाबा बालकनाथ सिद्ध पीठ" सी-56 ए/7 सेक्टर-62 नोएडा मेँ की । बाबा
जी का भव्य मन्दिर जहाँ प्रतिदिन सुबह 5.30 बजे रुद्राभिषेक, शान्ति हवन तदोपरान्त आरती एवं
प्रसाद तथा मंगलवार साँय सून्दकाण्ड का पाठ, वीरवार को संध्या में साई पाठ शनिवार सुबह शनि
पूजन, साँय शनि अभिषेक, शनि हवन, सुन्दर काण्ड तदोपरान्त भण्डारा हर रविवार को सभी
कायक्रमों के साथ 11 बजे से 3 बजे तक प्रवचन बाबा जी की अमर कथा तथा भजनों का कार्यक्रम
होता है । साथ ही विशाल भण्डारा होता है । जिसमें हर रविवार को 300 लोगों का भण्डारा कुष्ठ
आश्रम श्रीनिवासपुरी में भेजा जाता है । जो कि सिद्ध पीठ की स्थापना से आज तक जारी है ।
मन्दिर में 13 जनवरी लौहड़ी पारम्परिक विधि से, 21 जनवरी स्थापना दिवस, महाशिवरात्रि, तथा गोगा
नवमी का त्योहार विधिवत् तरीके से मनाए जाते हैं तथा सबसे अधिक 31 दिसम्बर का कार्यक्रम
जिसका प्रसारण राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय चैनलों पर सीधा प्रसारण होता है जिसमें असंख्य भक्त
होते हैं जो कि देशा के कोने-कोने से ही नहीं अपितु विदेशों से भी आते हैं । इस कार्यक्रम रूपी हवन
मेँ अपनी आहुति देने हेतु तथा बाबाजी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त करने हेतु इतना ही नहीं इसमें
राजनेता, उच्च कोटि के साधु, संत, सरकारी ऑफिसर तथा अतिगणमान्य हस्तियाँ भी शिरकत करती है ।
इस सिद्ध पीठ में भव्य शिवालय, नव ग्रह दरबार, हनुमान जी, राम दरबार, राधा कृष्ण जी,
साईं महाराज, शनि देव, बाबा बालकनाथ जो का भव्य दरबार, मनोरम गुफा तथा सिद्ध घूणा इसके
साथ साथ गुरु गोरक्षनाथ जी एवं उनका घूणा, माँ काली, राजा भर्तृहरि, माँ रत्नों, गोगा जाहीर वीर
जी का समस्त दरबार एवं नागदेव जी की विधिवत् स्थापना हुईं । जहाँ हर दरबार में अखण्ड ज्योति
जलती है जो कि 24 घंटे तथा 365 दिन जलती है । इसके साथ वर्ष भर में सिद्ध पीठ पूरे देश में कही
भी प्राकृतिक आपदा आने पर बढ़ चढ कर अपना योगदान करती है । इस वर्ष भी उत्तराखण्ड में आई भयंकर आपदा
में भी तीन ट्रक सामान जिसमे प्रति घर 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 4 किलो दाल, 1 किलो सरसों तैल,
24 डब्बा बिस्कुट, 1 किलो चीनी, 500 ग्राम चाय पती,
1 किलो दूध, 1 किलो मटठीयां, 1 किलो नमकीन, साबुन नहाने व कपडे धोने का, गैस चूल्हा, 1 चादर, 1 कम्बल, 2 तकिये,
1 टैंट व 98000 बोतल बिसलेरी पानी यानि एक ट्रक में 280 घरो के सामान के हिसाब से 3 ट्रक सामान उत्तराखण्ड भेजा,
पाकिस्तान से आए हिन्दू परिवारों के लिए भी खाद्य सामग्री और कपडे इत्यादि दिये ।
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